(फोटो गूगल से साभार) |
जहाँ हवाओं में घुली
वीरों की गाथाएँ
जहाँ हर बालक महाराणा
और लक्ष्मीबाई सी बालाएँ
जहाँ शेर के मुँह में हाथ डालकर
नन्हा कोई उसकी दाँते गिन जाए
भला ऐसे देश पर
क्यों ना मान करे हम
अभिमान करें हम
जय भारत माता
जय जय भारत माता
जहाँ खुद भगवान ने जन्म लिया
और दुष्टों का संहार किया
जहाँ नदियाँ पूजी जाती हैं
और गौ भी माता कहलाती है
जहाँ सभ्यता और संस्कृति
दुनियाँ को राह दिखाए
भला ऐसे देश पर
क्यों ना मान करे हम
अभिमान करें हम
जय भारत माता
जय जय भारत माता
जहाँ दुश्मनों ने जब भी
भारत माता को ललकारा है
बढ़कर आगे तब हमने
उनकी छाती में तिरंगा गाड़ा है
ऐसे वीर सपूतों पर
जहाँ हर माँ वारी जाए
भला ऐसे देश पर
क्यों ना मान करे हम
अभिमान करें हम
जय भारत माता
जय जय भारत माता
स्वतंत्रता दिवस की आपसबों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ !!
बहुत सुंदर रचना,,,
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,
RECENT POST: आज़ादी की वर्षगांठ.
बहुत सुन्दर गीत.. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। जय हिंद।।
जवाब देंहटाएंबहुत ओजस्वी.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सुन्दर ... भावविभोर करती रचना ...
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनायें ...
देशभक्ति का अनोखा सुन्दर भाव है इस गीत में।
जवाब देंहटाएंवंदे मातरम !!
जवाब देंहटाएंbahut sunder rachna.....
जवाब देंहटाएंस्वतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंlatest os मैं हूँ भारतवासी।
latest post नेता उवाच !!!
सुन्दर रचना.....
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ...
:-)
स्वतंत्रता दिवस की बधाई..
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना, बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंकाश,अपने वर्तमान पर भी यों ही गौरवान्वित हो सकें - वह अतीत कब का बीत चुका !
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना देशभक्ति और ओज की भावना से परिपूर्ण ..
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी रचना लिखी है.
जवाब देंहटाएंदेशप्रेम से भरपूर ,
बेशक हमें मान है अपने देश पर.
अच्छी रचना देशभक्ति और ओज की भावना से परिपूर्ण ..
जवाब देंहटाएंबहुत ओजपूर्ण और प्रभावी रचना...शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएंकहते है जननी जन्मभूमि दोनों महान है फिर क्यों न हम उनपर अभिमान करे ?
जवाब देंहटाएंसार्थक रचना आने में देर हुई !