शुक्रवार, 1 अक्तूबर 2010

कॉमनवेल्थ गेम्स में भ्रष्टाचार


हर कॉमन चीज
जैसे कॉमन मेन से लेकर
कॉमन वेल्थ गेम्स तक
सबका करके दोहन शोषण
हमारे नेताजी भरते अपनी तिजोरी का धन

करप्सन की तलवार से
भारत की नाक काटने को तैयार हैं
और इतना कुछ होने के बाद भी
कहते हैं हमको भारत से प्यार है

बेशर्मी की हद होती है
अभी भी होश में आ जाओ
अरे तुम्हें अपनी नाक प्यारी नहीं
पर हमारी नाक तो बचाओ

सोमवार, 2 अगस्त 2010

दोस्ती

दोस्ती कोई इत्तफ़ाक नहीं होता
मिलते हैं बहुत मगर
हर कोई खास नहीं होता
सच्ची दोस्ती रहमत है उस खुदा की
जो किसी मोड़ पर हमारा साथ नहीं छोड़ता


LinkWithin

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...