शुक्रवार, 8 मार्च 2013

इक सपना मुनिया का !



(छोटी सी मुनिया अपनी माँ से बोलती हुई .... )

माँ, माँ मैंने
देखा आज एक
सुंदर सा सपना
भैया के जैसा ही है
एक मेरा थैला अपना

भरी पड़ी थी
जिसमें किताब
कॉपी  पेंसिल
बेहिसाब

भैया और हम
दोनों संग संग गए स्कूल
पर माँ तुम मुझे
टिफिन देना गयी भूल

हमने और भैया ने
एक टिफिन में खाया
मास्टर साब को
मैंने  अ, आ लिखकर भी दिखलाया

इतना कहना था मुनिया का
बीच में बापू ने टोका
कितना बात करेगी माँ से
स्कूल जाकर क्या करेगी
कुछ सीख ले माँ से अपने
जिससे तेरी जिंदगी चलेगी

छोटी मुनिया
ने  मुँह बिचकाया
अपना गुस्सा कुछ
इस तरह जतलाया
जाओ मुझको नहीं करना कुछ काम
आज करुँगी सिर्फ आराम



@फोटो : गूगल से साभार





22 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति,आभार.

    जवाब देंहटाएं
  2. sundar,samay kuch de ke liya piche mud gaya,bachpan ki smrition ko smran karati sundar rachna

    जवाब देंहटाएं
  3. वाह! बहुत ही सुंदरता से अपने भावों को संप्रेषित किया है आपने..

    जवाब देंहटाएं
  4. बाल मन का बहुत सशक्त सन्देश देती रचना दुभांत की और भी साफ़ इशारा करती है लड़का लड़की में

    इतना कहना था मुनिया का
    बीच में बापू ने टोका
    कितना बात करेगी माँ से
    स्कूल जाकर क्या करेगी
    कुछ सीख ले माँ से अपने
    जिससे तेरी जिंदगी चलेगी

    आप राम राम भाई पर आये .शुक्रिया आपकी टिपण्णी हमारे लिए नै ऊर्जा लिए आती है .


    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत ही प्यारे ढंग से मर्म संजोया है आपने .. बेहद अछि लगी आपकी यह कविता।
    बहुत शुभकामनाएं भाई।

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत ही प्यारे ढंग से मर्म संजोया है आपने .. बेहद अछि लगी आपकी यह कविता।
    बहुत शुभकामनाएं भाई।

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत संवेदना से एक सार्थक सन्देश देती बहुत प्यारी रचना...

    जवाब देंहटाएं
  8. संवेदनशील और मनहर अभिव्यक्ति

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!

    महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ !
    सादर

    आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
    अर्ज सुनिये

    जवाब देंहटाएं
  10. मुनिया को आराम ओर साथ साथ पढ़ने भी देना जरूरी है ... ऐसे ही खेल खेल में ...
    अच्छी बाल रचना ...

    जवाब देंहटाएं
  11. छोटी सी मुनिया की प्यारी सी बाते
    सुन्दर रचना मुनिया जैसी !

    जवाब देंहटाएं
  12. सुन्दर प्रस्तुति .पोस्ट दिल को छू गयी.कितने खुबसूरत जज्बात .बहुत खूब,

    जवाब देंहटाएं
  13. सरल बाल-मन की नन्हीं सी अभिलाषा .....बहुत कोमल रचना
    मेरा ब्लॉग आपके स्वागत के इंतज़ार में
    स्याही के बूटे

    जवाब देंहटाएं

LinkWithin

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...