(छोटी सी मुनिया अपनी माँ से बोलती हुई .... )
माँ, माँ मैंने
देखा आज एक
सुंदर सा सपना
भैया के जैसा ही है
एक मेरा थैला अपना
भरी पड़ी थी
जिसमें किताब
कॉपी पेंसिल
बेहिसाब
भैया और हम
दोनों संग संग गए स्कूल
पर माँ तुम मुझे
टिफिन देना गयी भूल
हमने और भैया ने
एक टिफिन में खाया
मास्टर साब को
मैंने अ, आ लिखकर भी दिखलाया
इतना कहना था मुनिया का
बीच में बापू ने टोका
कितना बात करेगी माँ से
स्कूल जाकर क्या करेगी
कुछ सीख ले माँ से अपने
जिससे तेरी जिंदगी चलेगी
छोटी मुनिया
ने मुँह बिचकाया
अपना गुस्सा कुछ
इस तरह जतलाया
जाओ मुझको नहीं करना कुछ काम
आज करुँगी सिर्फ आराम
@फोटो : गूगल से साभार
माँ, माँ मैंने
देखा आज एक
सुंदर सा सपना
भैया के जैसा ही है
एक मेरा थैला अपना
भरी पड़ी थी
जिसमें किताब
कॉपी पेंसिल
बेहिसाब
भैया और हम
दोनों संग संग गए स्कूल
पर माँ तुम मुझे
टिफिन देना गयी भूल
हमने और भैया ने
एक टिफिन में खाया
मास्टर साब को
मैंने अ, आ लिखकर भी दिखलाया
इतना कहना था मुनिया का
बीच में बापू ने टोका
कितना बात करेगी माँ से
स्कूल जाकर क्या करेगी
कुछ सीख ले माँ से अपने
जिससे तेरी जिंदगी चलेगी
छोटी मुनिया
ने मुँह बिचकाया
अपना गुस्सा कुछ
इस तरह जतलाया
जाओ मुझको नहीं करना कुछ काम
आज करुँगी सिर्फ आराम
@फोटो : गूगल से साभार
.बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति .आभार प्रथम पुरुस्कृत निबन्ध -प्रतियोगिता दर्पण /मई/२००६ यदि महिलाएं संसार पर शासन करतीं -अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस आज की मांग यही मोहपाश को छोड़ सही रास्ता दिखाएँ . ''शालिनी''करवाए रु-ब-रु नर को उसका अक्स दिखाकर .
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा अभिव्यक्ति सुंदर रचना ,,,
जवाब देंहटाएंRecent post: रंग गुलाल है यारो,
bahut sunder..bachpan ke din yaad aa gye.
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति -
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति,आभार.
जवाब देंहटाएंsundar,samay kuch de ke liya piche mud gaya,bachpan ki smrition ko smran karati sundar rachna
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत ही सुंदरता से अपने भावों को संप्रेषित किया है आपने..
जवाब देंहटाएंबाल मन का बहुत सशक्त सन्देश देती रचना दुभांत की और भी साफ़ इशारा करती है लड़का लड़की में
जवाब देंहटाएंइतना कहना था मुनिया का
बीच में बापू ने टोका
कितना बात करेगी माँ से
स्कूल जाकर क्या करेगी
कुछ सीख ले माँ से अपने
जिससे तेरी जिंदगी चलेगी
आप राम राम भाई पर आये .शुक्रिया आपकी टिपण्णी हमारे लिए नै ऊर्जा लिए आती है .
बहुत ही प्यारे ढंग से मर्म संजोया है आपने .. बेहद अछि लगी आपकी यह कविता।
जवाब देंहटाएंबहुत शुभकामनाएं भाई।
बहुत ही प्यारे ढंग से मर्म संजोया है आपने .. बेहद अछि लगी आपकी यह कविता।
जवाब देंहटाएंबहुत शुभकामनाएं भाई।
बहुत संवेदना से एक सार्थक सन्देश देती बहुत प्यारी रचना...
जवाब देंहटाएंमुनिया का सपना साकार हो
जवाब देंहटाएंप्यारी अभिव्यक्ति ...
जवाब देंहटाएंसंवेदनशील और मनहर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ !
सादर
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
अर्ज सुनिये
मुनिया को आराम ओर साथ साथ पढ़ने भी देना जरूरी है ... ऐसे ही खेल खेल में ...
जवाब देंहटाएंअच्छी बाल रचना ...
सुंदर अभिव्यक्ति....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ,मासूम सी रचना :))
जवाब देंहटाएंछोटी सी मुनिया की प्यारी सी बाते
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना मुनिया जैसी !
सुन्दर प्रस्तुति .पोस्ट दिल को छू गयी.कितने खुबसूरत जज्बात .बहुत खूब,
जवाब देंहटाएंसपना सच होकर रहेगा..
जवाब देंहटाएंसरल बाल-मन की नन्हीं सी अभिलाषा .....बहुत कोमल रचना
जवाब देंहटाएंमेरा ब्लॉग आपके स्वागत के इंतज़ार में
स्याही के बूटे