(फोटो गूगल से साभार) |
जिंदगी तेरा मेरा रिश्ता बड़ा अजीब है
कभी तुम मुझे देख कर हँसती हो
तो कभी मैं तुम्हें देख कर हँसता हूँ
संग संग तुम्हारे चलना बड़ा अनोखा है
कभी तुम मेरे पीछे होती हो
कभी मैं तुम्हारे पीछे होता हूँ
तुम हो क्या, समझना मुश्किल है जरा
हर रूप अलग सा है तुम्हारा
हर पल तुम संग विचित्रताओं से भरा
तुम अहसास हो कभी, तो कभी आभास हो
तुम नीम हो कभी , तो कभी मिठास हो
बेशक एक पहेली हो, पर मेरे लिए ख़ास हो
जिंदगी, हम तुम सदा ऐसे ही लड़े झगडे
हँसे हँसाएँ आपस में और कभी रूठे मनाएँ
पर साथ अनूठा बना रहे, ऐसे ही बस चलते जाएँ